Angul Assembly Seat: अंगुल विधानसभा सीट पर BJD और कांग्रेस ने दिया नए चेहरों को मौका, समझिए यहां का समीकरण
लोकसभा चुनाव के साथ-साथ राज्य में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। बता दें कि ओडिशा में साल 2000 से नवीन पटनायक सत्ता में बने हुए हैं। इस बार भी राज्य में बीजू जनता दल और भारतीय जनता पार्टी के बीच सीधा मुकाबला है। राज्य की 147 विधानसभा सीटों के लिए चार चरणों में मतदान हो रहा है। ऐसे में राज्य की अंगुल विधानसभा सीट पर भी काफी दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है। बता दें कि यह ओडिशा की एक महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है।वहीं अगर साल 2019 के विधानसभा चुनाव की बात करें, तो इस सीट पर बीजू जनता दल के प्रत्याशी रजनीकांत सिंह ने जीत हासिल की थी। उनको कुल 65,388 वोट मिले थे। वहीं भाजपा प्रत्याशी प्रताप चंद्र प्रधान 56,565 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। राज्य की अंगुल विधानसभा सीट जनरल श्रेणी में आती है। साल 2019 में यहां पर मतदाताओं की संख्या कुल 2,18,053 थी।इसे भी पढ़ें: Kantabanji Assembly: सीएम पटनायक ने दूसरी सीट के रूप में क्यों चुनी कांटाबांजी विधानसभा सीट, समझिए समीकरणइसके साथ ही अंगुल विधानसभा सीट से बीजू जनता दल ने संजुक्ता सिंह को बतौर प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतारा है। चो वहीं भारतीय जनता पा
लोकसभा चुनाव के साथ-साथ राज्य में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। बता दें कि ओडिशा में साल 2000 से नवीन पटनायक सत्ता में बने हुए हैं। इस बार भी राज्य में बीजू जनता दल और भारतीय जनता पार्टी के बीच सीधा मुकाबला है। राज्य की 147 विधानसभा सीटों के लिए चार चरणों में मतदान हो रहा है। ऐसे में राज्य की अंगुल विधानसभा सीट पर भी काफी दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है। बता दें कि यह ओडिशा की एक महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है।
वहीं अगर साल 2019 के विधानसभा चुनाव की बात करें, तो इस सीट पर बीजू जनता दल के प्रत्याशी रजनीकांत सिंह ने जीत हासिल की थी। उनको कुल 65,388 वोट मिले थे। वहीं भाजपा प्रत्याशी प्रताप चंद्र प्रधान 56,565 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। राज्य की अंगुल विधानसभा सीट जनरल श्रेणी में आती है। साल 2019 में यहां पर मतदाताओं की संख्या कुल 2,18,053 थी।
इसके साथ ही अंगुल विधानसभा सीट से बीजू जनता दल ने संजुक्ता सिंह को बतौर प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतारा है। चो वहीं भारतीय जनता पार्टी ने प्रताप चंद्र प्रधान और कांग्रेस ने अंबिका भट्ट को चुनावी रण में उतारा है। भाजपा ने पुराने प्रत्याशी पर दांव लगाया है, तो वहीं बीजेडी और कांग्रेस ने नए चेहरे को मौका दिया। ऐसे में इस बार इस सीट पर किस पार्टी के प्रत्याशी को जनता का समर्थन मिलता है, यह देखना काफी दिलचस्प होगा।