दिल्ली सरकार के अत्याचार का जवाब लोग वोट से देंगे, 25 मई को होने वाले मतदान से पहले बोलीं महबूबा मुफ्ती
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि पहले और दूसरे चरण के मतदान में लोगों ने भारी संख्या में मतदान किया। मुझे उम्मीद है कि दक्षिण कश्मीर में लोग उत्तरी कश्मीर से भी अधिक संख्या में मतदान करेंगे। लोग एक संदेश देना चाहते हैं दिल्ली में सरकार के 2019 के बाद से किए गए अत्याचार अब स्वीकार्य नहीं हैं और वे वोट के माध्यम से इसका जवाब देंगे।इसे भी पढ़ें: Mehbooba Mufti Birthday: महबूबा मुफ्ती को विरासत में मिली सियासत, ऐसे तय किया जम्मू-कश्मीर के सीएम पद तक का सफरपीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने अपनी पार्टी के अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी पर परोक्ष हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी उस पार्टी का समर्थन कर रही है जिसे कश्मीर में आतंकवाद को वित्तपोषित करने के लिए पाकिस्तान से हवाला के जरिए पैसा मिला था। पीडीपी के पूर्व नेता बुखारी को जनवरी 2019 में पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। उनकी अपनी पार्टी ने सुश्री महबूबा और नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता मियां अल्ताफ के खिलाफ अनंतनाग-राजौरी संसदीय क्षेत्र से जफर इकबाल खान मन्हास को मैदान में उतारा है।इसे भी पढ़ें: Mehbooba Mufti ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन पर लोकसभा चुनाव म
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि पहले और दूसरे चरण के मतदान में लोगों ने भारी संख्या में मतदान किया। मुझे उम्मीद है कि दक्षिण कश्मीर में लोग उत्तरी कश्मीर से भी अधिक संख्या में मतदान करेंगे। लोग एक संदेश देना चाहते हैं दिल्ली में सरकार के 2019 के बाद से किए गए अत्याचार अब स्वीकार्य नहीं हैं और वे वोट के माध्यम से इसका जवाब देंगे।
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने अपनी पार्टी के अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी पर परोक्ष हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी उस पार्टी का समर्थन कर रही है जिसे कश्मीर में आतंकवाद को वित्तपोषित करने के लिए पाकिस्तान से हवाला के जरिए पैसा मिला था। पीडीपी के पूर्व नेता बुखारी को जनवरी 2019 में पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। उनकी अपनी पार्टी ने सुश्री महबूबा और नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता मियां अल्ताफ के खिलाफ अनंतनाग-राजौरी संसदीय क्षेत्र से जफर इकबाल खान मन्हास को मैदान में उतारा है।
जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग लोकसभा सीट के लिए 25 मई को होने वाले मतदान से पहले सीमावर्ती जिलों राजौरी और पुंछ में, खासतौर पर नियंत्रण रेखा (एलओसी) से सटे इलाकों में बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विस्तृत सुरक्षा के तहत सुरक्षा कर्मियों की संख्या बढ़ाना, पहाड़ी क्षेत्रों में उपस्थिति बढ़ाना, अतिरिक्त नाके स्थापित करना, इलाके और प्रमुख ढांचों की 24 घंटे निगरानी शामिल है।